Posts

Showing posts from February, 2024

इंतज़ार

Image
तुम्हारा इंतज़ार करना मुझे अच्छा लगता है वो चंद घंटे बहुत ख़ास होते हैं। उसमें तुम होते हो, और मैं होती हूं।  वो सजे होते हैं तुम्हारी खुशबू से, वो भरे होते हैं तुम्हारी हंसी की खनक से, और वो तमाम लम्हे, वो तमाम एहसास जो सिर्फ़ हम दोनों के हैं, मुझे छू जाते हैं, इन्हीं चंद घंटों में। और जानते हो सबसे खूबसूरत बात? उन चंद घंटों में होती है एक उम्मीद तुम्हारे आ जाने की,  जिसके थक कर छिटक जाने से एकदम पिछले पल में तुम आ जाते हो मेरे सामने।  मेरा इंतज़ार जब कभी तुमको करना पड़ता है तुम ढूंढते हो कुछ ऐसा जो एहसास ही न होने दे इंतज़ार का। वक्त कट जाए जल्दी से और बस तुम फारिग़ हो जाओ इस  फर्ज़ से। और मेरे आ जाने से कई पल पहले ही  तुम इंतज़ार को अलविदा कर के निकल जाते हो किसी और रास्ते पर। और कहते हो इंतज़ार नागवार गुजरता है। इंतज़ार की मिठास तो सिर्फ़ वही जानते हैं जो इसको चखते हैं, कतरा कतरा, मन के पूरा भर जाने तक... 

सिलसिला

Image
इश्क़ भी करते हैं तुझ से  और फासिला भी रखते हैं। गैरों के बीच तुझे छोड़ने का हौंसला भी रखते हैं। सितम ये कि सामने भी आ जाओ तो ख़ुद पे काबू इतना रखते हैं गले लगा कर भी जिसे प्यास नहीं बुझती  उस से दो हाथ की दूरी लाज़मी रखते हैं। मुसल्सल रहे ये किस्सा - ए - इश्क़ बस यही दुआ करते है। तहरीर में होने वाले, तक़दीर में कहां होते हैं। रिश्ते मोहताज हैं ज़रूरत और नाम के... चलो, इस सिलसिले को चाहत ही रहने देते हैं। - परस्तिश